H.G. Infra को सौर ऊर्जा कारोबार के लिए मिला 284 करोड़ रुपये का बड़ा ऑर्डर
देश की जानी-मानी Infrastructure कंपनी H.G. Infra इंजीनियरिंग लिमिटेड को सौर ऊर्जा से जुड़े प्रोजेक्ट्स के लिए 3 घरेलू कंपनियों से कुल मिलाकर 284 करोड़ रुपये का बड़ा ऑर्डर मिला है. कंपनी को यह काम नोरंगडेसर सोलर डेवलपर प्राइवेट लिमिटेड और रासिसर सोलर डेवलपर प्राइवेट लिमिटेड के साथ ईपीसी (इंजीनियरिंग, प्रोक्योरमेंट, कंस्ट्रक्शन) कॉन्ट्रैक्ट के तहत मिला है. इसके अलावा, जोधपुर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड से भी उन्हें एक लेटर ऑफ अवार्ड (कार्य आदेश पत्र) प्राप्त हुआ है. इस बड़ी सफलता के बाद कंपनी के शेयरों में 3% की बढ़ोतरी देखी गई.
आसान भाषा में समझें तो, H.G. Infra को सौर ऊर्जा से बिजली बनाने वाले संयंत्र लगाने का काम मिला है. इसके लिए उन्हें 3 अलग-अलग कंपनियों और एक सरकारी विभाग से ठेका मिला है. इस पूरे प्रोजेक्ट की कुल कीमत 284 करोड़ रुपये है. माना जा रहा है कि कंपनी को यह बड़ी सफलता मिलने के कारण ही उनके शेयरों की कीमत में भी बढ़ोतरी हुई है.
आइए अब थोड़ा और विस्तार से जानते हैं कि आखिर ये EPC कॉन्ट्रैक्ट और लेटर ऑफ अवार्ड क्या होते हैं:
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ईपीसी कॉन्ट्रैक्ट (इंजीनियरिंग, प्रोक्योरमेंट, कंस्ट्रक्शन): इस तरह के कॉन्ट्रैक्ट में कंपनी को पूरे प्रोजेक्ट की जिम्मेदारी लेनी होती है. इंजीनियरिंग का मतलब है डिजाइन और प्लानिंग करना, प्रोक्योरमेंट का मतलब है जरूरी सामान खरीदना और कंस्ट्रक्शन का मतलब है निर्माण करना. यानी, H.G. Infra को इन दोनों कंपनियों के लिए सौर ऊर्जा संयंत्र बनाने की पूरी प्रक्रिया का जिम्मा सौंपा गया है.
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लेटर ऑफ अवार्ड (कार्य आदेश पत्र): यह एक आधिकारिक दस्तावेज होता है, जो किसी कंपनी को यह बताता है कि उन्हें कोई खास काम करने के लिए चुना गया है. जोधपुर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड ने H.G. Infra को यही लेटर ऑफ अवार्ड दिया है.
भारत सरकार सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए काफी प्रयास कर रही है. इसी वजह से देश में सौर ऊर्जा से जुड़े प्रोजेक्ट्स तेजी से बढ़ रहे हैं. H.G. Infra को मिला यह बड़ा ऑर्डर इस बात का संकेत है कि आने वाले समय में इस क्षेत्र में और भी ज्यादा कंपनियों को काम मिलने की संभावना है. उम्मीद की जाती है कि इससे देश में सौर ऊर्जा का उत्पादन बढ़ेगा और पर्यावरण को भी फायदा होगा.